श्रमिक चौपाल का आयोजन कर मजदूरों की समस्या पर चर्चा की

हरिद्वार। सिडकुल क्षेत्र के समस्त श्रमिकों की समस्या के निदान के लिए उत्तराखंड शासन श्रम बोर्ड के सदस्य संजय चोपड़ा के संयोजन में रेलवे रोड स्थित कार्यालय पर श्रमिक चौपाल का आयोजन किया गया। जिसमें असंगठित क्षेत्र के दैनिक मजदूर व पूर्व में सत्यम ऑटो कंपोनेंट लिमिटेड सिडकुल से निकाले गए मजदूरों ने अपनी समस्या के समाधान के लिए उच्च स्तर पर श्रम सचि की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर पूरे प्रकरण की जांच की मांग उठाई। वही श्रमिक संगठनों की ओर से न्यूनतम वेज 2019 की दरों को पूर्ण रूप से श्रमिकों के भुगतान श्रम आयुक्त की निगरानी में किए जाने की मांग उठाई। श्रमिक चौपाल के दौरान श्रमिकों ने यह भी मांग उठाई कि हरिद्वार सिडकुल क्षेत्र में फैक्ट्री प्रबंधकों द्वारा श्रम कानूनों का उल्लंघन कर श्रमिकों को ठेका प्रथा के माध्यम से उत्पीडि़त व शोषित किया जा रहा है। इसके लिए शासन द्वारा उत्तराखंड के समस्त मजदूरों के संरक्षण के लिए समीक्षा किए जाने की मांग की। इस अवसर पर श्रमिक चौपाल को संबोधित करते हुए उत्तराखंड शासन श्रम बोर्ड के सदस्य संजय चोपड़ा ने कहा सिडकुल क्षेत्र में श्रमिकों की समस्या बढ़ती जा रही है। इसके दृष्टिगत श्रम मंत्री डा.हरक सिंह रावत को अवगत कराया जाएगा और शासन की निगरानी में प्रमुख सचिव श्रम की अध्यक्षता में मजदूरों की समस्या के निदान के लिए कमेटी गठित कराई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा सत्यम ऑटो कंपनी से निकाले गए श्रमिकों की न्यायसंगत मांगों के लिए प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने कहा शीघ्र ही श्रमिकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को संयुक्त रूप से प्रतिवेदन प्रस्ताव प्रेषित किए जाएंगे। ताकि मुख्यमंत्री स्वयं श्रमिकों की समस्या की समीक्षा कर सकें और राज्य सरकार के संरक्षण में असंगठित क्षेत्र व संगठित क्षेत्र के श्रमिकों को प्रधानमंत्री मानधन योजना का लाभ मिल सके मेरी प्राथमिकता होगी। इस अवसर पर श्रमिक नेता महिपाल सिंह रावत, बलवंत सिंह बिष्ट, सूरत सिंह नेगी ने संयुक्त रूप से कहा भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संगठित क्षेत्र के व असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को हर संभव संरक्षण दिए जाने की पहल की जा रही है। वहीं उत्तराखंड के औद्योगिक क्षेत्रों में दैनिक मजदूर अपनी समस्याओं के निदान के लिए दर-दर भटक रहे हैं। उत्तराखंड सरकार शीघ्र ही सत्यम ऑटो अन्य कंपनियों से निकाले गए श्रमिकों को पुनः रोजगार गारंटी के साथ उन्हें स्वरोजगार उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने यह भी कहा पूर्व में श्रम मंत्री डॉ हरक सिंह रावत द्वारा श्रमिकों की समस्या के लिए श्रम कानूनों के क्रियान्वयन को लेकर जनसुनवाई का कार्यक्रम किया गया था। उसी की तर्ज पर पुनः श्रम मंत्री जनसुनवाई का कार्यक्रम आयोजित करें और श्रम कानूनों का उल्लंघन करने वाले फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। श्रमिक चौपाल में श्रमिकों का प्रतिनिधि करते चंद्रेश कुमार, प्रदीप शर्मा, ओम प्रकाश, मोहित चिंतामणि सिंह, बलवंत सिंह, कृष्णा रावत, मोहित सैनी, मुकेश कुमार, गौरव चौहान, रवि प्रकाश, अमित सिंह बिष्ट, शैलेंद्र सिंह चौहान, अश्वनी कुमार, राकेश कंडारी, प्रदीप भंडारी, खेम सिंह कंडारी, विनोद रावत, धर्मेंद्र, ओमप्रकाश सिंह, मानसिंह, अरुण सिंह, नीरज नेगी, हरीश राजपूत, जितेंद्र, संजीव कुमार आदि सहित सैकड़ों श्रमिक शामिल रहे।